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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    क्या भगवान से मृतक की आत्मा को शान्ति मिलती है 

    by S. N. Balagangadhara September 8, 2022
    by S. N. Balagangadhara September 8, 2022 26 views

    क्रैस्तों का सोल जो है उसका भारतीय आध्यात्म में प्रचलित आत्मा शब्द से समीकरण किया गया है। हिन्दूइज्म भी एक रिलिजन समझकर ऐसा अनुवाद किया गया है। ऐसे अनुवाद से…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    मन्दिर और चर्च के बीच क्या अन्तर है 

    by S. N. Balagangadhara August 23, 2022
    by S. N. Balagangadhara August 23, 2022 24 views

    भारतीय लोग हिन्दूइज्म को एक रिलिजन समझ गये थे तथा वे मान चुके थे कि अपने मन्दिर भी चर्च की तरह धार्मिक संस्थाएँ हैं। परन्तु ऐसी समस्या आई कि कई…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    भारतीय संस्कृति में डेविल और ईविल की परिकल्पना नहीं है 

    by S. N. Balagangadhara June 16, 2022
    by S. N. Balagangadhara June 16, 2022 22 views

    क्रिश्चियानिटी में गॉड और ईविल नामक परस्पर विरोधी शक्तियाँ हैं। गॉड भलाई का साकार मूर्ति है तो ईविल बुराई का। एक ही स्थान में भलाई बुराई रहना नामुमकिन है। भारतीयों…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    क्या भारत में एकेश्वरवाद और बहुदेववाद नामक उपासना पद्धतियाँ हैं 

    by S. N. Balagangadhara June 7, 2022
    by S. N. Balagangadhara June 7, 2022 21 views

    मोनोथेइज्म अथवा एकेश्वरवाद के अनुसार गॉड एक ही है। क्रिश्चियानिटी के अनुसार एक देवोपासना ठीक है। भारत में प्रचलित बहुदेवोपासना को पाश्चात्यों ने पाॅलिथेइज्म अथवा बहुदेवोपासना कहकर पुकारा और इसे…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    भगवान अथवा गॉड पर विश्वास रखने का मतलब क्या है 

    by S. N. Balagangadhara May 17, 2022
    by S. N. Balagangadhara May 17, 2022 54 views

    अंग्रेजी भाषा के ‘बिलीफ’ शब्द का अर्थ होता है कि किसी कही हुई बात या Doctrine को सत्य समझकर विश्वास करना। जब पाश्चात्य लोग भारत आये तब उन्हें लगा कि…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    ‘मूर्ति पूजन नाजायज है’ कहने की सोच कहाँ से उत्पन्न हुई?  

    by S. N. Balagangadhara March 23, 2022
    by S. N. Balagangadhara March 23, 2022 21 views

    रिलिजन में मूर्ति पूजा करना पाप समझा जाता है। उसे ऐडोलेट्री नाम से पुकारते हैं। इसीलिए पाश्चात्यों को भारतीयों का मूर्ति पूजन ही हिन्दू रिलिजन की अवनति का लक्षण लगा।…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    ‘वर्शिप’ और ‘पूजा’ एक ही है, नामक गलतफहमी

    by S. N. Balagangadhara February 17, 2022
    by S. N. Balagangadhara February 17, 2022 38 views

    रिलिजन में ‘वर्शिप‘ शब्द का विशिष्ट अर्थ है और उसका अपना खास आचरण है। भारत में हिन्दूइज्म है यह कहकर गलतफहमी से आये हुए पाश्चात्यों को भारतीयों की पूजा वर्शिप…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    भारत में धर्मग्रन्थों, तत्त्वों की खोज और विद्वानों की फजीहत

    by S. N. Balagangadhara February 10, 2022
    by S. N. Balagangadhara February 10, 2022 45 views

    भारतमेंधर्मग्रन्थों, तत्त्वोंकीखोजऔरविद्वानोंकीफजीहत  प्राचीन भारत में रिलिजन न होते हुए भी आधुनिक चिंतक बौद्ध, शैव, जैन, हिन्दू आदि रिलिजनों की सृष्टि कर बैठे हैं। परन्तु रिलिजन की खास विशेषता जो होती…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    भटकता हुआ धर्म

    by S. N. Balagangadhara January 6, 2022
    by S. N. Balagangadhara January 6, 2022 91 views

    राजनीति से धर्म को दूर रखना चाहिए, यह एक अर्थहीन वाक्य है। क्योंकि धर्म शब्द रिलिजन का पर्यायवाची शब्द नहीं है। इसे जाने बिना हम इस प्रकार बोलते आये हैं।…

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  • बौद्धिक दास्य में भारत

    क्या ‘हिन्दू’ नामक कोई रिलिजन है 

    by S. N. Balagangadhara December 29, 2021
    by S. N. Balagangadhara December 29, 2021 101 views

    अंग्रेजी भाषा के शब्द रिलिजन को हमने ‘धर्म‘ कहकर अनुवाद कर लिया है। उसी के आधार पर हम कहते हैं कि भारत में हिन्दू धर्म है। वास्तव में भारत में…

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